शीतलहर से जालोर में पारा पहुचा 4.4 डिग्री , दिन में भी कड़ाके की ठण्ड के चलते लोगो की छुटी कंपकपी
नए साल 2023 के शुरुवाती महीने जनवरी के पहले सप्ताह में ही सर्दी के तेवर तीखे नजर आ रहे है | शीतलहर के चलते दिन में भी काफी ठंडी रहती है | जालोर में इसी शीतलहर के चलते न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से कम आ गया | जालोर में पिछली रात जो इस सर्दी की सबसे ठंडी रात रही , गुरुवार को तापमान 6.4 से 4.4 डिग्री पर आ गया जिसके चलते दिन में भी सूर्य की उपस्थिति में लोगो को ठंड से नहीं मिल रही कोई राहत |
मौसम विशेषज्ञ आनंद कुमार शर्मा ने बताया की इस बार दिसम्बर में सर्दी कम थी लेकिन अब नए साल के शुरुवात में लगातार ठंडी हवाए चलने के कारण और उत्तर भारत में बर्फ़बारी के कारण सर्दी काफी बढ़ गयी | इन्ही दिनों में जिले में 17 km/h की रफ़्तार से हवाए उत्तर से पूर्व की तरफ चली जिसके चलते दिन के तापमान में भी गिरावट आई जालोर में अभी तक अधिकतम तापमान 22.9 डिग्री सेल्सियस रहा | मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि आने वाले 3 दिन तक सर्दी का असर नहीं घटेगा | सर्दी से राहत नहीं मिल पायेगी |
सर्दी बढ़ने से फायदा
सर्दी बढ़ने से खेतो की फसल को काफी फायदा रहने वाला है | रबी की फसल जैसे गेहू , जौ , चना , सरसों के साथ-साथ मटर , मेथी , पालक , मुली , गाजर , धनिया , गोभी इत्यादि फसलो को सर्दी से लाभ प्राप्त होगा | पिछले महीने दिसम्बर में सर्दी का असर कम था जिसके चलते फसलो में फुटाव कम हो रहा था | लेकिन अब जनवरी में तापमान गिर रहा है और सर्दी बढ़ रही है जिसके चलते अब फसल भी बढ़ने लगी है | फायदा तो है लेकिन किसानो को अब पाला ( हवा में मिले हुए भाप के सूक्ष्म कण जो अधिक ठंड पड़ने पर सफ़ेद के रूप में पेड़–पौधों आदि पर जम जाते हैं ) पड़ने की चिंता हो रही है |
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